फरेब Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps November 03, 2020 नकाब ए हमदर्दी के फरेब से लोग दर्द बढ़ाते गयेहम हर बार मुसकुरा कर खुशी से हाथ बढ़ाते गये !abdul hakim Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
सिर्फ किस्से June 10, 2022 किताबों के पन्नों पर बस किस्से लिखे रह गये कहां शुरू कहा खत्म हम सिर्फ यही सोचते रह गये!! Read more
भूले बिसरे रिश्ते November 19, 2021 दरवाज़े बंद दिलों के तोड़ने हैं अब फिर पुराने दोस्त जोड़ने हैं गिला शिकवा दूर करने का वक़्त हैं अब दिलों के रिश्ते सब से जोड़ने हैं Read more
सिर्फ एक बार June 10, 2022 एक बार ही सही जरा पीछे मुड़ कर हाल जान लिया होता तुम बिन कैसे रह पायेंगे खुश हम ये भी जान लिया होता! Read more
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